I came to Mumbai, the City of Dreams, & saw that people even didn't have time to dream. But I was wrong, everybody do dream, some for future, Some on present, & some of their Past. One night, I was returning towards my room after having a small night walk & found a man(whom I know as he also do Gym where I do) & he was singing some old song which is about her late lover(Wife). We had a chat & he told me that he misses her very much. So I written this for those who misses their soul mates.......Hope I matched a quarter of their emotions.......
मदहोश से हुए हम, और गुम हुए क्यों,
याद जब जब तुझे किया, खुद से दूर हुए क्यों।
है अजब सा नशा तेरा, जो हम कभी किया करते थे,
कुछ वही पल थे, जिसे हम घंटों पिया करते थे।।
धडकनें मेरी अब कहती हैं मुझसे,
है वीराना क्यों हर दिन आजकल।
ढूंड ला उन होंटों को, जिससे प्यास कभी बुझा करती थी,
कुछ वही पल थे, जब धड़कन में सांस हुआ करती थी।।
हर शाम की चांदनी, क्यों गुमशुदा सी है,
तुम हो ज़िम्मेदार इसके, चाँद तो बेगुनाह ही है।
कुछ बात थी उन सर्द शामों की, जो एक दूजे को हम ओढा करते थे,
कुछ वही पल थे, जब हम चैन से सोया करते थे।।
हर सैर तेरे साथ, थे कहते कुछ नयी कहानी,
जज़्बातों की लौ से, ताप्ति थी नयी निशानी।
ये ज़िन्दगी मेरी निशानी है तेरी,आजतक जो संजो कर रखा करते थे,
कुछ वही पल थे, जब हम तेरे ख्वाबों को जिया करते थे।
कुछ वही पल थे, जब हम ज़िन्दगी जिया करते थे।।
मदहोश से हुए हम, और गुम हुए क्यों,
याद जब जब तुझे किया, खुद से दूर हुए क्यों।
है अजब सा नशा तेरा, जो हम कभी किया करते थे,
कुछ वही पल थे, जिसे हम घंटों पिया करते थे।।
धडकनें मेरी अब कहती हैं मुझसे,
है वीराना क्यों हर दिन आजकल।
ढूंड ला उन होंटों को, जिससे प्यास कभी बुझा करती थी,
कुछ वही पल थे, जब धड़कन में सांस हुआ करती थी।।
हर शाम की चांदनी, क्यों गुमशुदा सी है,
तुम हो ज़िम्मेदार इसके, चाँद तो बेगुनाह ही है।
कुछ बात थी उन सर्द शामों की, जो एक दूजे को हम ओढा करते थे,
कुछ वही पल थे, जब हम चैन से सोया करते थे।।
हर सैर तेरे साथ, थे कहते कुछ नयी कहानी,
जज़्बातों की लौ से, ताप्ति थी नयी निशानी।
ये ज़िन्दगी मेरी निशानी है तेरी,आजतक जो संजो कर रखा करते थे,
कुछ वही पल थे, जब हम तेरे ख्वाबों को जिया करते थे।
कुछ वही पल थे, जब हम ज़िन्दगी जिया करते थे।।
It is awesome... after reading this m speechless
ReplyDeletebhai mast h yar....ek tarfa....lots of share b kam h....
ReplyDeletenice one yaar......
ReplyDeleteu definitely hav writing skill.....
keep it up, buddy...
Its too good
ReplyDeleteVERY GOOD HOPE THAT REALY IT IS your SOUL KI AWAZE HAI
ReplyDeletevery good aur likhtay raho
ReplyDeleteek dum jabrat honey singh.........wel done
ReplyDeleteAwesome h sir.....really awesome
ReplyDeletemeri jaan ... maja aa gya fir se padh k :*
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