Hello Everyone, I came back to writing after a long sabbatical, and I was writing as usual in my Diary but didn't got time to publish all of that(Really can't do it). However, I wanted to share this one for those people who fall deeply in love which each other, and continues their life together, forever.
This Poem expresses the emotions of a Boy. The Boy who loved the Girl one-sidedly, and when the Girl accepts him, this is how the boy expresses his feelings to her.
Hope you all like it.
चाहता था के यूँ दिल के मकान में मेरे तुम आते,
तो बाहें फैला कर मैं तुमसे लिपट जाता।
जो मुस्कुरा कर तुम मेरे दर्दे-दवा बनते,
तो कसम से सनम, यह रूह भी तेरा हो जाता।।
अब जो मिले हो तुम; तो ख़्वाबों की चाहत असलियत बन गई है,
लगे यूँ, आशिकी मिलगई है, दिलनशीं हो गई है।
तुम जो आये मेरे जीवन में तो,
ऐसा लगा के रौशनी सी छा गई है।।
अब दिल को मेरे हर मौसम कुछ ख़ास सा लगता है,
तुझसे जब-जब दूर होता हुँ, तब भी दिल को तेरा आभास सा लगता है।
कट जाती हैं रातें कई, बस करवटें बदलते तेरी याद में,
पर जब मिलता हुँ तुझसे तो सब ख्वाब सा लगता है।।
जाने कैसा यह जादू तू मुझपे चला गयी है,
ज़माने से बेगाना और खुद का दीवाना बना गयी है।
तुम आये जो मेरे जीवन में तो,
ऐसा लगा की रौशनी सी छा गई है।।
ना-जानु मैं के कब तक का है ये तेरा मेरा साथ,
सिर्फ इस पल तक का या, है ये सौ जन्मों की बात।
बस एक बेताबी सी छायी रहती है,
जब तुझसे बात नहीं कुछ होती है।
तब तेरी तस्वीर को ताँका करता हूँ,
फिर दिल के पास छुपाया करता हूँ।।
क्या तुमको भी मेरी याद सताया करती है,
कभी मेरी खामोश सी सांसें, क्या तुम्हें पुकारा करती हैं।
जो होता हो ऐसा, तो घबरा न जाया करना तुम,
मेरी तस्वीर से भी अपने दिल की बात कराया करना तुम।।
अब मुझे तो मेरी बचपन की मन्नत मिलती नज़र आ गई है,
परी बन कर मेरी ज़िन्दगी में, मुझे मोहब्बत करा गई है।
तुम आये हो जीवन में यूँ,
तो लगे खुशियाँ आ गई है,
और रौशनी सी छा गई है।।
अब जो मेरे दिल के मकान में तुम आ ही गये हो,
बाहों में मेरे जो युं समां ही गये हो।
मुस्कुरा कर बस मेरा हर दर्द धुआं करते हो,
मुझसे मिल कर दो जिस्म एक जान बनाया करते हो।।
अब ये असलियत भी मुझे ख्वाब सी लग रही है,
आशिकी मिल गयी है, दिलनशीं हो गई।
तुम आये हो जबसे जीवन में मेरे तो,
लगे है यूँ, खुशियाँ आ गई हैं,
और रौशनी सी छा गई है।।
This Poem expresses the emotions of a Boy. The Boy who loved the Girl one-sidedly, and when the Girl accepts him, this is how the boy expresses his feelings to her.
Hope you all like it.
चाहता था के यूँ दिल के मकान में मेरे तुम आते,
तो बाहें फैला कर मैं तुमसे लिपट जाता।
जो मुस्कुरा कर तुम मेरे दर्दे-दवा बनते,
तो कसम से सनम, यह रूह भी तेरा हो जाता।।
अब जो मिले हो तुम; तो ख़्वाबों की चाहत असलियत बन गई है,
लगे यूँ, आशिकी मिलगई है, दिलनशीं हो गई है।
तुम जो आये मेरे जीवन में तो,
ऐसा लगा के रौशनी सी छा गई है।।
अब दिल को मेरे हर मौसम कुछ ख़ास सा लगता है,
तुझसे जब-जब दूर होता हुँ, तब भी दिल को तेरा आभास सा लगता है।
कट जाती हैं रातें कई, बस करवटें बदलते तेरी याद में,
पर जब मिलता हुँ तुझसे तो सब ख्वाब सा लगता है।।
जाने कैसा यह जादू तू मुझपे चला गयी है,
ज़माने से बेगाना और खुद का दीवाना बना गयी है।
तुम आये जो मेरे जीवन में तो,
ऐसा लगा की रौशनी सी छा गई है।।
ना-जानु मैं के कब तक का है ये तेरा मेरा साथ,
सिर्फ इस पल तक का या, है ये सौ जन्मों की बात।
बस एक बेताबी सी छायी रहती है,
जब तुझसे बात नहीं कुछ होती है।
तब तेरी तस्वीर को ताँका करता हूँ,
फिर दिल के पास छुपाया करता हूँ।।
क्या तुमको भी मेरी याद सताया करती है,
कभी मेरी खामोश सी सांसें, क्या तुम्हें पुकारा करती हैं।
जो होता हो ऐसा, तो घबरा न जाया करना तुम,
मेरी तस्वीर से भी अपने दिल की बात कराया करना तुम।।
अब मुझे तो मेरी बचपन की मन्नत मिलती नज़र आ गई है,
परी बन कर मेरी ज़िन्दगी में, मुझे मोहब्बत करा गई है।
तुम आये हो जीवन में यूँ,
तो लगे खुशियाँ आ गई है,
और रौशनी सी छा गई है।।
अब जो मेरे दिल के मकान में तुम आ ही गये हो,
बाहों में मेरे जो युं समां ही गये हो।
मुस्कुरा कर बस मेरा हर दर्द धुआं करते हो,
मुझसे मिल कर दो जिस्म एक जान बनाया करते हो।।
अब ये असलियत भी मुझे ख्वाब सी लग रही है,
आशिकी मिल गयी है, दिलनशीं हो गई।
तुम आये हो जबसे जीवन में मेरे तो,
लगे है यूँ, खुशियाँ आ गई हैं,
और रौशनी सी छा गई है।।